October 7, 2024

तेजी से फैल रहा है मंकीपॉक्स वायरस, WHO को मामले बढ़ने की उम्मीद

नई दिल्ली, कोरोना वायरस के खतरा अभी खत्म नहीं हुआ था कि अब मंकीपॉक्स वायरस के कारण लोग सहम गए हैं। ये वायरस संक्रमित जीवों से मनुष्य में फैलता है। इस वायरस के मामले दुनियाभर के देशों में देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने रविवार को कहा कि वायरस के बढ़ते मामले साफ दर्शाते हैं कि आने वाले दिनों में ये और बढ़ सकते हैं।

क्या कहता है डब्ल्यूएचओ ? 
 
मंकीपॉक्स वायरस तेजी से फैल रहा है। ऐसे में डब्लयूएचओ ने इसके ज्यादा मामलों की पहचान करने की उम्मीद जताई है। डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘उपलब्ध जानकारी से पता चलता है कि मानव-से-मानव संचरण उन लोगों के बीच हो रहा है जो रोगसूचक मामलों के साथ निकट शारीरिक संपर्क में हैं।’

आसानी से नहीं फैलता वायरस!

मंकीपॉक्स आम तौर पर मनुष्यों के बीच आसानी से नहीं फैलता है। अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के पास जाते हैं तो संक्रमित हो सकते हैं क्योंकि वायरस शरीर में टूटी हुई स्किन, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट, आंख, नाक, मुंह और शारीरिक फ्लूयज के जरिए शरीर में एंटर करता है। इसके फैलने का मुख्य तरीका मंकीपॉक्स वाले किसी व्यक्ति के साथ यौन संपर्क सहित पास से शारीरिक संपर्क है। रिपोर्ट्स की मानें तो बंदरों और प्राइमेट जैसे जंगली जानवरों में मंकीपॉक्स आम है, लेकिन इंसान भी वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।

क्या है इसके लक्षण

लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, सूजन लिम्फ नोड्स, ठंड लगना और थकावट शामिल हैं।

क्या है मंकीपॉक्स
 
मंकीपॉक्स एक संक्रामक बिमारी है जो पश्चिम और मध्य अफ्रीका के कुछ हिस्सों में फैल रहा है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति के पास संपर्क में आने से फैलता है, इसलिए इसे सेल्फ आईसोलेशन और स्वच्छता जैसे उपायों के माध्यम से आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। मंकीपॉक्स आमतौर पर एक आत्म-सीमित बीमारी है, और अधिकांश संक्रमित लोग बिना इलाज के कुछ ही हफ्तों में ठीक हो जाते हैं। हालांकि, यह रोग ज्यादा गंभीर हो सकता है, विशेष रूप से छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और ऐसे व्यक्तियों में जिनमें इम्यूनिटी की कमी होती है।

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