October 7, 2024

ऐसे टला बड़ा हादसा: धमाकों से मंदिर को उड़ाना चाहता था आत्मघाती हमलावर

कोयंबटूर। कोयंबटूर में एक मंदिर के सामने एक कार में हुए विस्फोट में मारे गए 29 वर्षीय इंजीनियर ग्रैजुएट संभवत: एक आत्मघाती हमलावर था। जांच एजेंसी ने इसका खुलासा किया है। उनका कहना है कि बम संभालने में अनुभवहीनता के कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। आपको बता दें कि इस मामले की जांच एनआईए कर रही है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को बताया कि दीवाली की पूर्व संध्या पर सुबह 4 बजे कोट्टैमेडु में संगमेश्वर मंदिर के सामने कार रुकी। मुबीन आग की लपटों में घिरी गाड़ी से कुछ फुट दूर जमीन पर गिरने से पहले बाहर निकला। उसका शरीर जल चुका था। जांचकर्ताओं ने कहा कि अगर कार में दो एलपीजी सिलेंडरों में से एक के कारण विस्फोट हुआ होता तो मंदिर की ओर जाने वाली सड़क के किनारे घरें भी प्रभावित हो सकती थीं। एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, आईएस की कट्टरपंथी विचारधारा ने मुबीन को कट्टरपंथी बना दिया था, लेकिन उसे आतंकवादी का ठीक ढंग से प्रशिक्षण नहीं मिला था। उसने विस्फोटकों को संभालने के बारे में जानकारी इंटरनेट से इकट्ठा किया था। इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सभी आईएस से सहानुभूति रखते हैं। इन सभी पूछताछ के आधार पर जांच एजेंसी ने कहा कि मुबीन ने सोचा कि उसका आत्मघाती बम विस्फोट 50 से 100 मीटर के दायरे में मंदिर और उसके आसपास के भवनों को नुकसान पहुंचाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हुआ।

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